1. आर्थिक सुधार: भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिल रहे हैं। महामारी के बाद से व्यवसायों ने तेजी से उभरना शुरू किया है, जिससे कंपनियां अपने विस्तार के लिए IPO की ओर रुख कर रही हैं।
1. निवेशकों का उत्साह: युवा निवेशक बड़ी संख्या में शेयर बाजार में आ रहे हैं। डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से निवेश करना अब पहले से कहीं अधिक आसान हो गया है। निवेशकों को नए IPO में निवेश करके त्वरित लाभ की उम्मीद होती है।
1. सरकारी नीतियों का समर्थन: सरकार ने स्टार्टअप और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके परिणामस्वरूप, नई और पुरानी कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए IPO का सहारा ले रही हैं।
1. कम ब्याज दरें: बैंकों में ब्याज दरें कम होने के कारण निवेशक अब शेयर बाजार में निवेश करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। उन्हें शेयर बाजार से बेहतर रिटर्न की उम्मीद है।