जब भी हम अपना blog या website तैयार कर लेते है. तो उसके बाद बारी आती है. अपने blog पर आर्टिकल डालने की. और यह काम इतना आसान नहीं होता है. क्योकि seo friendly article kaise likhe
यह भी एक कठिन काम है.
तो seo friendly article बनाकर लिखना व उसके बाद आपको उसे पब्लिश करना होता है. तब जाकर ही आपकी website के ब्लॉग रैंक होते है.
तो आप समझ सकते है की seo फ्रेंडली आर्टिकल लिखना कितना इम्पोर्टेन्ट हिस्सा है. किसी भी वेबसाइट के लिए
अगर आपको seo फ्रेंडली पोस्ट लिखने नहीं आता है. तो आप चिंता न करे
क्योकि इस पोस्ट में आपको कैसे आर्टिकल लिखना है. जिससे आपके अपने पोस्ट को आप जल्द ही गूगल के अंदर रैंक करवा सके.
इससे पहले अगर आप इसी टॉपिक पर एक पोस्ट पढ़ना चाहते हो तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़े- blog पोस्ट कैसे लिखे बेस्ट 13 आसान तरीके
और अगर आप इस टॉपिक के बारे में पहली बार पढ़ रहे है यानी की आपको बिलकुल भी नहीं पता की blog क्या होता है और blogging किसे कहते है तो इस आर्टिकल को पढे.
एक अच्छा high quality आर्टिकल लिखने के लिए वैसे तो आपको experience की जरुरत पड़ती है. क्योकि आप कोई भी चीज कुछ ही घंटो में नहीं सिख सकते है.
लेकिन समय के चलते आप अपने writing skills को मास्टर कर सकते हो.
SEO friendly blog post कैसे लिखे
हमें आर्टिकल लिखने से पहले हमें जरुरत होती है. की हम किस टॉपिक पर आर्टिकल लिखेंगे वाले है. तो जो भी आपका टॉपिक है वो पूरा निर्भर करता है. आपने किस niche पर अपना ब्लॉग बनाया है.
तो यह niche क्या होता है?
दोस्तों niche अपने ब्लॉग का ही एक टॉपिक होता है. जहा पर आपके blog के topic संबंधित सारे आर्टिकल मिलते है.
जैसे उदहारण के तोर पर click hindi साइट की बात करे तो हमारा niche है- blogging, कैरियर, seo, ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए आदि के बारे में हम अपने साइट पर आर्टिकल लिखते है.
तो जब आपका niche आपको पता होता है. तो आपके लिए आर्टिकल के लिए टॉपिक ढूंढना आसान हो जाता है. और जब आपको टॉपिक पता होता है की किस टॉपिक पर लिखना है.
तो उसके बाद जरुरत होती है. SEO फ्रेंडली आर्टिकल लिखने की
पहले हमारी साइट पर हम seo फ्रेंडली आर्टिकल नहीं लिखते थे. जिससे हमारी वेबसाइट google में इंडेक्स भी नहीं होती थी. उसकी वजह से साइट पर ट्रैफिक भी नहीं आता था.
लेकिन अब हम ज्यादा फोकस seo friendly आर्टिकल लिखने में करते है.
और बहुत से ब्लॉग है. हमारी साइट के इंडेक्स भी होते है. साथ ही रैंक भी आसानी से होते है.
तो आप भी चाहते हो की आपको भी साइट पर seo friendly article लिखना आ जाए ताकि आपका 70% काम जल्द ख़तम हो जाए. तो इस पोस्ट में कुछ खास टिप्स जिसे आप फॉलो कर सकते है.
#1 seo post के लिए keyword research कर ले.
आपको पता है की किस टॉपिक पर आप article लिखने वाले हो लेकिन क्या आपको यह पता है
visitors किस words को गूगल में सर्च करते है?
उन words की monthly volume कितना है?
topic की seo डिफिकल्टी कितनी है?
तो यह सबकुछ जानने के लिए हमें जरुरत पड़ती है. keyword research की
क्योकि अगर आप बिना कोई keyword research किये बिना पर कोई article लिख कर पब्लिश कर देते हो तो आपकी सारी मेहनत पर पानी फिर जाने के बराबर है.
मुश्किल से भी आपका लिखा आर्टिकल सर्च इंजन में रैंक होगा।
तो इससे आप जान सकते है की कीवर्ड रिसर्च करना कितना impotant हिस्सा है. seo friendly article लिखने के लिए
तो अब आपको में बताऊंगा की keyword research करना कैसे है.
keyword research करने के लिए आपको जरुरत है. एक seo tool की
मार्किट के अंदर ज्यादातर seo tool paid है. यानी की आपको खरीदना पड़ता है.
लेकिन आप ubersuggest, thehoth, keyword planner जैसे कुछ टूल है. जिसे आप इस्तेमाल कर सकते हो कीवर्ड रिसर्च करने के लिए.
जैसे की मेरा keyword है: “seo freindly article kaise likhe”
तो अब यह keyword मुझे डालना है. ubersuggest के अंदर डालता हु. और जिस country को में टारगेट करना चाहता हु. वो में सेट कर देता हु जैसे मुझे इंडिया को टारगेट करना है.
क्योकि में हिंदी में लिखता हु और हिंदी इंडिया में ही पढ़ी जाती है. इसलिए मैंने इंडिया को सेलेक्ट कर दिया।
तो अब मेरे सामने पूरी लिस्ट ओपन हो गयी है.
search volume कितना है कीवर्ड का- 480/Month
keyword difficulty भी 6 है. यानी की अगर आप इसपर अच्छे से internal व external link का इस्तेमाल करे.
और कोनसी वेबसाइट इस keyword पर रैंक कर रही है आप वो भी देख सकते हो यानी के आपके competitors कोन है.
#2 seo post के लिए इनफार्मेशन ढूंढे
अब अपने कीवर्ड रिसर्च कर दिया है. तो अब बारी आती है. आर्टिकल के लिए इनफार्मेशन ढूंढना यानी की आपको पता होना चाहिए की आपके competirors ने topic के सम्बंदित क्या जानकारी दी है.
और कैसे आप उनसे बढ़िया आर्टिकल लिख कर रैंक कर सकते हो. तो उसके लिये आपके कीवर्ड को आप गूगल में डाले और जो भी top 6 के अंदर वेबसाइट रैंक हो रही है.
आर्टिकल के लिए इनफार्मेशन ढूंढने के फायदे-
- आपको पता होगा की blog में क्या लिखना है.
- दुसरो की post की कमिया पता चलेगी। जिसे आप अपने ब्लॉग में पूरा कर पाएंगे।
- ब्लॉग पोस्ट का लेआउट आदि के बारे में पता करना आसान हो जाता है.
#3 seo article की लेआउट बनाये लिखने से पहले।
अब जब आपको पता चल गया है. की आप अपने टॉपिक में क्या क्या इनफार्मेशन देने वाले हो तो अब बारी आती है. की कैसे आपको उस ब्लॉग पोस्ट को एक लेआउट में लिखना है.
किसी भी ब्लॉग पोस्ट के लिए layout इसलिए जरुरी है. ताकि आपका लिखा article किसी के लिए कंफ्यूसिंग नहीं हो.
यानी कोई विजिटर आये तो आपका article पढ़ने व समझने में आसानी रहे.
इसके लिए आप इन पॉइंट को ध्यान में रखे
- सबसे पहले आर्टिकल में किन हैडिंग टैग्स का इस्तेमाल होने वाला जैसे h1, h2 ,h3 आदि को सही जगह व सही तरीके से इस्तेमाल करे.
- अपने पैराग्राफ की जो length को 5 लाइन्स से कम रखे.
- अपने पोस्ट में प्रश्न आदि भी पूछे अपने visitors से
- कॉम्प्लिकेटेड वाक्य को image से समजाये।
तो इसके बाद आप अपना आर्टिकल लिखना शुरू कर सकते है.
#4 seo article के लिए Image का भी इस्तेमाल करे
जैसे की हम जानते है की एक image 1000 शब्द के बराबर है. इसलिए अगर आप भी अपने पोस्ट के अंदर high- quality images इस्तेमाल करते है.
तो आपका seo friendly article बन जाता है. उसके साथ आपके visitors को भी आर्टिकल समझने में आसानी रहती है.
उसके आलावा सबसे अहम् हिस्सा यह भी है. की आपको उन इमेज में Alt text (alternative text), description आदि का इस्तेमाल भी जरूर करे ताकि आपके पोस्ट इमेज सेक्शन के अंदर रैंक हो जाये।
और image रैंक करवाने से भी आपकी साइट पर visitors आते है सीधे इमेज को क्लिक करके।
अच्छी क्वालिटी Images का भी इस्तेमाल करने के कुछ फायदे-
- आपकी ब्लॉग का आर्टिकल समझने में बहुत आसानी रहती है.
- ब्लॉग पोस्ट रैंक जल्दी होता है.
- इमेज से भी आपकी साइट पर ट्रैफिक बढ़ता है pinterest, instagram इस्तेमाल करने से
- कठिन टिप्स भी इमेज से जल्दी समझ में आ जाती है.
#5 seo article के लिए internal & external link करे.
किसी भी post के लिए व SEO के लिए internal व external लिंक इस्तेमाल करना बहुत ही जरुरी है.
अगर अपने नयी पोस्ट लिखी है. तो आप अपने पुराने संबंधित पोस्ट की लिंक भी अपने नए पोस्ट में डाल दे.
व पुराने post के अंदर नए पोस्ट के लिंक
जैसे मैंने यह आर्टिकल लिखा तो इसके संबंधित पहले जो मैंने पुराने आर्टिकल मैंने अपने साइट पर पब्लिश किये थे. उसकी लिंक में इस पोस्ट में जोड़ दूंगा।
internal & external link करने के फायदे-
- सबसे पहले आपकी साइट की बाउंस रेट बराबर रहेगी।
- आपको पोस्ट seo फ़्रेंडली बनेगी।
- आपकी पोस्ट आसानी से रैंक होगी।
- आपकी साइट की डोमेन अथॉरिटी भी बढ़ेगी।
#6 आर्टिकल का title heading व डिस्क्रिप्शन को आकर्षित बनाये
आर्टिकल का एक अहम् हिस्सा होता है. किसी भी आर्टिकल को टाइटल व डिस्क्रिप्शन देना और अगर आपका टाइटल आकर्षित नहीं हुआ तो इसपर कोई भी क्लिक नहीं करेगा।
और अगर कोई भी क्लिक नहीं होगा तो आपकी साइट रैंक होते हुए भी ट्रैफिक नहीं आएगा.
जैसे पहले में भी अपने साइट पर टाइटल इतना आकर्षित नहीं बनाता जिससे मेरी साइट पर “impression” तो आते थे. लेकिन इम्प्रैशन पर एक भी “click” नहीं आता था.
तो इसके लिए आप
आर्टिकल के टाइटल के अंदर आप numbers, brackets व कुछ इमोशनल शब्द का प्रयोग करे ताकि लोग आपके पोस्ट पर क्लिक कर सके.
1. नार्मल टाइटल- “seo friendly blog post कैसे लिखे“
आकर्षित टाइटल- “seo friendly blog post कैसे लिखे जिससे आप जल्दी rank हो सके”
तो आप देख सकते हो मैंने इसमें जल्दी rank, आसान (इमोशनल शब्द) जोड़कर इस टाइटल को कितना आकर्षित बना दिया है.
2. नार्मल टाइटल- “blog क्या होता है.”
आकर्षित टाइटल- “ब्लॉग क्या होता है और इसे स्टार्ट करके पैसे कैसे कमाए”
तो आप देख सकते है blog क्या होता है (main कीवर्ड), स्टार्ट(एक्शन वर्ड), पैसे कमाए( इमोशनल वर्ड )
तो ज्यादातर विजिटर आकर्षित टाइटल पर ही क्लिक करते है. जैसे आप news में देख सकते हो. हम सबको जो आकर्षक लगता है. उसी तरफ खिंचे चले जाते है.
इसके फायदे-
- आकर्षित टाइटल व डिस्क्रिप्शन से आपकी साइट की CTR- Click through rate बढ़ती है.
- आपके साइट गूगल में रैंक होने पर आपके आकर्षित टाइटल व डिस्क्रिप्शन की वजह से आपकी साइट पर क्लिक करते है.
seo blog post बनाने के लिए search engine optimization करे.
आपने पोस्ट तो लिख ली अब आप उसे SEO (search engine optimization) किये बिना पब्लिश करते हो.
तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे थे अब तक लेकिन अब चिंता न करे.
में आपको बताऊंगा की पोस्ट पब्लिश करने से पहले आपको अपने ब्लॉग में किन बातो का ध्यान रखना है.
1. blog पोस्ट के title में अपना main keyword डाले
अपने post के टाइटल में अपना “main keyword” जरूर डाले जिससे गूगल को पता चले की आपका पोस्ट किस के ऊपर है.
ये बहुत ही आसान काम है जैसे मेरा टाइटल है: ब्लॉग के लिए post kaise likhe +13 आसान स्टेप्स
2. seo article के URL में भी अपना “main keyword” जरूर डाले
अपना main keyword भी जरूर डाले अपने “url” के अंदर और कोशिश करे की आपका आर्टिकल का “URL” Short रखे.
अपके url में इंग्लिश/हिंगलिश कीवर्ड का ही इस्तेमाल करे.
जैसे अगर ब्लॉग पोस्ट का टॉपिक है: ब्लॉग के लिए photo download कैसे करे
गलत url: https://clickhindi.com/ब्लॉग-के-लिए-photo-download-कैसे-करे/
सही url: https://clickhindi.com/photo-download-kaise-kare/
देख सकते है अपना main keyword + url short+ hinglish/english में रखा.
3. seo article के intro या पहले पैराग्राफ में अपना “main keyword” डाले
आपके पोस्ट के पहले पैराग्राफ में अपने आर्टिकल का “main keyword” जरूर डाले। ताकि आपका आर्टिकल जल्दी से इंडेक्स हो सके.
4. keywords व इम्पोर्टेन्ट लाइन्स को बोल्ड, इटैलिक व अंडरलाइन करे.
आर्टिकल को समजाने के लिए आप अपने कीवर्ड व जो भी इम्पोर्टेन्ट लाइन्स है. उसे आप bold,italic,underline व कलर जरूर करे.
इससे आपका आर्टिकल समझने में आसान रहता है. जिससे visitors आपके साइट पर ही आना पसंद करता है. इससे आपकी साइट एक brand के रूप में पहचानी जाती है.
5. आर्टिकल को पब्लिश करने से पहले जरूर पढ़े
अगर आप लिखे हुए आर्टिकल को पढे बिना ही पब्लिश कर ते है. तो आप एक मूर्खता वाला काम कर रहे है.
क्योकि हम कोई भी काम पहले में ही बिलकुल परफेक्ट नहीं कर सकते है, तो इसी तरह आप आर्टिकल को पब्लिश करने से पहले एक बार आर्टिकल को पढते है.
तो उसमे आपको बहुत सारी मिस्टेक नजर आयेगी जिसे आप सही कर सकते हो.
तो आप कोशिश करे की पब्लिश करने से पहले आर्टिकल को 1-2 बार जरूर पढ़े. और की गयी ग्रामर, स्पेलिंग्स मिस्टेक को दूर करे.
क्योकि गूगल को grammar, spelling mistake से भरे पोस्ट को कभी भी रैंक नहीं करता है.
अंतिम राय
तो दोस्तों आप इन कुछ काश बातो को ही ध्यान में रखकर आप एक seo friendly article लिख सकते हो. और कोशिश करे की आप हो सके तो इन सारी बातो का ध्यान रखे जब भी आप एक आर्टिकल लिखे।
और अभी आप इसमें से कोनसी टिप्स पहले से ही फॉलो कर रहे है. वो हमारे साथ कमेंट में जरूर शेयर करे.